मंगलवार को संसद के मॉनसून सत्र में विशेष गहन निर्वाचन पुनरीक्षण (SIR) के खिलाफ विपक्ष ने तीखा विरोध प्रदर्शन किया, जिससे लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही पूरी तरह बाधित हो गई। विपक्षी सदस्य पैरोवार्थ होकर वेल पर चले गए और नारेबाजी शुरू कर दी, जिसके कारण सुबह 11 बजे तथा दोपहर 12 बजे दो बार कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी, और अंततः सत्र दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया ।
विपक्ष ने SIR के कारण बिहार की लोकतांत्रिक प्रक्रिया को प्रभावित करने का दावा किया और इसे “लोकतंत्र की हत्या” करार दिया, जिसमें कांग्रेस की प्रियंका गांधी और JDU के गिरीधर यादव ने भी तीखे आरोप लगाए । लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला ने भाजपा सांसदों संग विपक्ष को सदन में संयम बरतने की चेतावनी दी और कहा कि प्लैकार्ड लाना अनुशासनहीनता है ।
इस दौरान, INDIA ब्लॉक ने लोक भवन के मुख्य द्वार पर भी धरना दिया, जहां सभी सदनों में प्रदर्शन जारी रहा और यह स्पष्ट किया कि SIR को रद्द किए बिना सदन के कामकाज को आगे बढ़ाने में आपत्ति जताई जाएगी ।