मॉनसून की मार लगातार जारी है—हिमाचल प्रदेश में कल रात कुल्लू के पीज गांव में बादल फटने से शास्त्री नगर नाले में अचानक बाढ़ आ गई। पानी और मलबा मुख्य मार्गों, दुकानों और वाहनों में घुस गया, जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। हालांकि इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ, लेकिन भयावह स्थिति बनी रही।
कुल्लू में स्कूलों और कॉलेजों को बंद कर दिया गया है, वहीं ऊना जिले के अंब और गगरेट उपमंडलों में भी शिक्षण संस्थानों को अवकाश घोषित किया गया है। कांगड़ा के पौंग डैम से छोड़ा गया पानी और भारी बारिश से ब्यास नदी का जलस्तर बढ़ा हुआ है, जिससे मंडी, कुल्लू और कांगड़ा के कई क्षेत्रों को खतरा मंडरा रहा है।
आईएमडी ने प्रदेश में 25 अगस्त तक येलो अलर्ट जारी किया है, जिससे और भारी बारिश की संभावना बनी हुई है। प्रभावित क्षेत्रों में प्रशासन और आपदा प्रबंधन दल राहत-बचाव कार्य में जुटे हुए हैं।
हिमाचलवासियों के लिए यह मॉनसून सचमुच त्रासदी लेकर आया है — भारी बादल फटना, नदियों का उफान, ड्रामैटिक दृश्य और प्रशासन की जद्दोजहद — एक भयावह माहौल बन चुका है।