हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले में मंगलवार, 19 अगस्त 2025 को रात भर हुई बादल फटने की घटना के कारण फ्लैश फ्लड ने व्यापक तबाही मचाई। कानन गांव में आई इस आपदा में एक पुल और तीन दुकानें बह गईं। इससे पहले, सोमवार रात को शिमला शहर में भी एक बड़े भूस्खलन में 40 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित किया गया।
कुल्लू और बंजार उपमंडलों में सभी शैक्षणिक संस्थान मंगलवार को बंद कर दिए गए हैं। मंडी जिले के पधर क्षेत्र के शिलबुधानी और तारस्वन ग्राम पंचायतों में भी भारी बारिश से नाले उफनाए, जिससे एक फुटब्रिज, दुकान और कृषि भूमि को नुकसान पहुंचा। हालांकि, अब तक किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।
राज्य आपदा प्रबंधन केंद्र के अनुसार, हिमाचल प्रदेश में कुल 355 सड़कें बंद हैं, जिनमें तीन राष्ट्रीय राजमार्ग भी शामिल हैं। मंडी जिले में 202 सड़कें, कुल्लू में 64 सड़कें और किन्नौर में 2 सड़कें बंद हैं। इसके अलावा, 1,000 से अधिक बिजली ट्रांसफॉर्मर और 44 जल आपूर्ति योजनाएं भी प्रभावित हुई हैं।
प्रशासन राहत कार्यों में जुटा हुआ है, लेकिन लगातार हो रही बारिश और भूस्खलनों के कारण बचाव कार्यों में कठिनाई आ रही है। स्थानीय लोग और पर्यटक नदियों और नालों से दूर रहने की सलाह दी गई है। यह घटना हिमाचल प्रदेश में मानसून के दौरान आई सबसे बड़ी आपदाओं में से एक मानी जा रही है, जिसमें भारी बारिश, भूस्खलन और बाढ़ से व्यापक नुकसान हुआ है।