निजी और सरकारी एजेंसियों ने जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले के चशोती गाँव में हुई भयानक बादल फटने (क्लाउडबर्स्ट) के बाद तेज़ी से बचाव अभियान चलाया—रात भर रोक के बाद शुक्रवार सुबह राहत कार्य फिर से शुरू हुआ। बुधवार को दोपहर 12:00 बजे से एक बजे के बीच अचानक आई भारी बारिश और मलबे ने यह इलाका तबाह कर दिया।
राहत एवं बचाव दलों ने अब तक 300 से अधिक लोगों को सुरक्षित निकाला, जिनमें 50 से अधिक गंभीर हालत में हैं, और 250 से ज्यादा अभी भी लापता हैं—इन्हें मलबे के नीचे फंसे होने की आशंका जताई गई है।
अधिकारियों ने बताया कि लंगर, दुकानें, एक सुरक्षा चौकी और कई संरचनाएँ बाढ़ में बह गईं, जिससे यात्री और स्थानीय लोग झिंझोड़ दिए गए। क्षेत्र की खराब जमीनी एवं मौसम संबंधी चुनौतियों ने बचाव प्रयासों को और मुश्किल बना दिया।
केंद्रीय और राज्य सरकार की ओर से बचाव में हरसंभव सहायता की घोषणा की गई है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने राहत एवं बचाव कार्यों का जायजा लिया है। स्वतंत्रता दिवस के सांस्कृतिक आयोजनों को रद्द कर दायित्वपूर्ण रवैया अपनाया गया।