हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में हुई जोरदार बारिश के कारण अचानक बाढ़ और भूस्खलन की घटनाएँ हुईं, जिससे भारी तबाही हुई और हालात गंभीर हो गए हैं। पनारसा, टकोली, नागवैन और ऑट जैसे इलाकों में फ्लैश फ्लड्स और मलबा घुसने से कई घर, कार्यालय और सड़कें प्रभावित हुईं। हालांकि इस आपदा में किसी के हताहत होने की रिपोर्ट नहीं है, लेकिन यातायात पूरी तरह बाधित हो गया है।
चंडीगढ़–मनाली राष्ट्रीय राजमार्ग समेत 300 से अधिक सड़कें बंद या मलबे से अवरुद्ध हो गई हैं, जिससे बचाव कार्य और राहत प्रयासों में मुश्किलें बढ़ गई हैं। विद्युत ट्रांसफॉर्मर और जलापूर्ति प्रणाली में भी व्यापक क्षति हुई है।
इसके अलावा, हिमाचल प्रदेश में इस मानसून सीज़न में मंडी जिले को अब तक सबसे अधिक बारिश (1,303.5 मिमी) दर्ज किया गया है, जो मौसम के सामान्य स्तर से लगभग 60% ज्यादा है।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आपदा की समीक्षा की और अधिकारियों से प्रभावित क्षेत्रों का विस्तृत आकलन मंगवाया है।