उत्तराखंड में मौसम ने एक बार फिर विकराल रूप ले लिया है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने राज्य के अधिकांश पर्वतीय और मैदानी जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। देहरादून, मसूरी, नैनीताल, चमोली, रुद्रप्रयाग और पिथौरागढ़ में तेज बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। मसूरी में पेड़ गिरने से कई सड़कें अवरुद्ध हो गईं, वहीं चमोली जिले में रुद्रनाथ धाम की यात्रा को सुरक्षा कारणों से रोक दिया गया है।
देहरादून में भारी बारिश के बीच एक दर्दनाक हादसे में दो बच्चे नाले में बह गए, जिनमें से एक का शव करीब 3 किलोमीटर दूर मिला, जबकि दूसरा बच्चा सुरक्षित बचा लिया गया। तेज बारिश के कारण केदारनाथ हाईवे और कई अन्य प्रमुख मार्ग बंद हो गए हैं। अलकनंदा नदी का जलस्तर बढ़ने से निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है।
प्रशासन ने फूलों की घाटी को 15 अगस्त तक पर्यटकों के लिए बंद कर दिया है, जबकि हेमकुंड साहिब यात्रा को भी घांघरिया से आगे रोक दिया गया है। चमोली प्रशासन और आपदा प्रबंधन विभाग लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं और लोगों से नदियों व भूस्खलन संभावित क्षेत्रों से दूर रहने की अपील की है।
भारी बारिश के चलते मैदानी जिलों में भी जलभराव और यातायात बाधित होने की खबरें हैं। प्रशासन ने साफ कहा है कि अगले 24-48 घंटे बेहद संवेदनशील हो सकते हैं, इसलिए अनावश्यक यात्रा से बचें और मौसम विभाग के निर्देशों का पालन करें।