मुझे कोई भरोसा नहीं मिला कि किसी भरोसनिय स्रोत में “नेपाल की प्रधानमंत्री सुषिला कार्की ने तीन ऐसे मंत्री नियुक्त किए हैं जिनके भारत के साथ मजबूत संबंध हैं” जैसा बयान मिल रहा हो। जो खबरें सामने आ रही हैं, उनमें ऐसा कोई ज़िक्र नहीं है कि नए मंत्रियों को भारत से जुड़े होने के आधार पर चुना गया हो।
हाल ही में नेपाल में “Gen Z” आंदोलन, सामाजिक मीडिया पर प्रतिबंध, भ्रष्टाचार और राजनीतिक असंतुष्टता को लेकर बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हुए। इन प्रदर्शनों के बाद, केपी शर्मा ओली की सरकार गिर गई और संसद को भंग कर दिया गया।
उसके बाद, सुप्रीम कोर्ट की पूर्व मुख्य न्यायाधीश सुषिला कार्की को अंतरिम प्रधानमंत्री नियुक्त किया गया — वे नेपाल की पहली महिला प्रधानमंत्री बनी हैं। भारत ने इस बदलाव का स्वागत किया है और नई सरकार को स्थिरता, विकास और शांतिपूर्ण संक्रमण की आशा व्यक्त की है।