पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच आपसी समन्वय के तहत अटारी बॉर्डर पर एक बड़ा मानवीय राहत अभियान चलाया गया। इस अभियान के तहत कुल 1,376 भारतीय नागरिकों को सुरक्षित भारत वापस लाया गया, वहीं 786 पाकिस्तानी नागरिकों को अटारी सीमा के रास्ते अपने देश भेजा गया। यह कार्रवाई दोनों देशों की सरकारों और सुरक्षा एजेंसियों के बीच त्वरित संवाद और समझौते का परिणाम रही।
सूत्रों के अनुसार, कश्मीर के पहलगाम इलाके में हुए हमले के बाद तनावपूर्ण हालात के चलते सैकड़ों भारतीय और पाकिस्तानी नागरिक सीमापार फंसे हुए थे। हालात की गंभीरता को देखते हुए केंद्र सरकार ने तत्काल पहल करते हुए लोगों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित की। इस मानवीय पहल में चिकित्सा सुविधा, भोजन और सुरक्षा का विशेष ध्यान रखा गया।
इस घटना ने एक बार फिर यह दर्शा दिया कि संकट की घड़ी में मानवीय संवेदना और सहयोग की भूमिका अहम होती है। जहां एक ओर आतंकवाद नफरत फैलाने की कोशिश करता है, वहीं इस तरह की पहलें इंसानियत और विश्वास का पुल बनाती हैं।बनाती हैं।