राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) और अन्य खुफिया सूत्रों के अनुसार, हाशिम मूसा (जिसे सुलेमान शाह, Asif Fauji के नाम से भी जाना जाता है) 22 अप्रैल को पहलगाम की Baisaran घाटी में हुए आतंकी हमले का प्रमुख संदेहित है। इस घटना में 26 नागरिकों की मौत हुई थी, जिनमें ज्यादातर पर्यटक थे। मूसा पाक विशिष्ट सेना की SSG (स्पेशल सर्विस ग्रुप) का पूर्व कमांडो था, जिसे लॉस्कर-ए-तैबा (LeT) की शाखा The Resistance Front (TRF) से जोड़कर देखा जा रहा है।
जांच रिपोर्ट बताती है कि मूसा को पाकिस्तान में SSG की ट्रेनिंग प्राप्त हुई थी और उसे आतंकवादी हमलों के लिए विशेष कौशल हासिल था। ऑपरेशन की सटीकता, आतंकियों के आधुनिक हथियार, और संवाद प्रणाली से यह अंदेशा है कि यह हमले विदेशी सशस्त्र नेटवर्क के निर्देशानुसार किए गए थे ।
इस हमले को LeT कमांडर सैफुल्ला कसूरी और ISI की देखरेख में सौम्य और सटीक दिशा-निर्देशों के तहत अंजाम दिया गया था. पूर्व पाक आर्मी मेजर आदिल राजा ने खुलासा किया कि ISI DG Special Operations शहाब असलम सीधे हमलावरों से संपर्क में था, जबकि पाक आर्मी चीफ असिम मुनिर ने इस अभियान की रणनीति तैयार की थी।
NIA ने इस मामले में दो स्थानीय कब्जे में लिए हैं, जबकि हाशिम मूसा अभी फरार बताया जा रहा है, और उस पर ₹20 लाख का इनाम घोषित हुआ है ।