संसद का मानसून सत्र सोमवार, 28 जुलाई से एक निर्णायक मोड़ ले चुका है, जब लोकसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर विशेष चर्चा शुरू हुई। इस लम्बी बहस की शुरुआत रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने की, जबकि गृह मंत्री अमित शाह, विदेश मंत्री एस. जयशंकर, और कई यूना नेताओं ने भी हिस्सा लिया ।
विपक्षी INDIA ब्लॉक के फ्लोर लीडर्स ने सुबह 10 बजे रणनीतिक बैठक कर बहस की रूपरेखा तय की। कांग्रेस, SP, TMC और अन्य दलों ने यह बहस प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विदेशी यात्रा के बाद आ रही विपक्षी चुनौतियों के बीच कराई है ।
विपक्ष आरोप लगा रहा है कि ऑपरेशन सिंदूर से पहले खुफिया विफलताएँ हुईं और अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप द्वारा रोके गए ‘मध्यस्थता’ के दावों पर स्पष्ट जवाब मांग रहा है । वहीं सरकार इसे एक राष्ट्रवादी जीत के रूप में प्रस्तुत करते हुए भारत की सशक्तता, सक्रिय रक्षा नीति और आतंकवाद के प्रति जीरो‑टॉलरेंस रुख पर जोर दे रही है ।
राज्यसभा में मंगलवार, 29 जुलाई को इसी मुद्दे पर दूसरी 16‑घंटे की चर्चा प्रस्तावित है। दोनों सदनों में विपक्ष और सरकार के बीच राष्ट्रीय सुरक्षा, विदेश नीति और राजनीतिक वर्चस्व के मुद्दों पर तेज टकराव की उम्मीद है।