उत्तर पूर्व भारत में भारी बारिश ने तबाही मचा दी है। पिछले दो दिनों में बाढ़ और भूस्खलन की वजह से कम से कम 25 लोगों की मौत हो चुकी है। असम, मेघालय, और अरुणाचल प्रदेश जैसे राज्यों में स्थिति बेहद गंभीर बनी हुई है। लगातार हो रही भारी वर्षा से नदियाँ उफान पर हैं और कई जगह जलस्तर बढ़ने से सड़कों, पुलों और घरों को भारी नुकसान पहुंचा है।
भूस्खलन की घटनाओं ने भी जनजीवन को ठप्प कर दिया है। कई इलाकों में सड़कें बंद हो गई हैं, जिससे राहत कार्यों में बाधा आ रही है। प्रभावित क्षेत्रों में फंसे लोगों को निकालने के लिए सेना और स्थानीय प्रशासन के बचाव दल लगातार प्रयासरत हैं। आपदा प्रबंधन विभाग ने अलर्ट जारी कर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी है।
सरकार ने प्रभावित क्षेत्रों में तत्काल सहायता उपलब्ध कराने का आदेश दिया है। भोजन, दवाइयाँ और राहत सामग्री लोगों तक पहुँचाने का काम जोरों पर है। मौसम विभाग ने अगले 48 घंटों में और बारिश की संभावना जताई है, इसलिए सतर्कता बनाए रखने की जरूरत है।
इस आपदा से निपटने के लिए सभी संबंधित एजेंसियां मिलकर काम कर रही हैं ताकि जनहानि को कम से किया जा सके और प्रभावित परिवारों को जल्द से जल्द राहत मिल सके। जनता से भी प्रशासन की मदद करने और बचाव कार्यों में सहयोग देने की अपील की गई है।