जैसलमेर के बासनपीर गांव में ऐतिहासिक छतरियों के पुनर्निर्माण को लेकर स्थानीय समुदायों के बीच गत 10 जुलाई हुई विवादास्पद कार्यवाही में पत्थरबाज़ी और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाया गया। इस दौरान करीब 30 लोग—including 15 महिलाएँ—गिरफ्तार किए गए, और कुछ पुलिसकर्मियों व तहसीलदार सहित चार लोग घायल हुए थे।
आज प्रशासन ने शांति व्यवस्था बनाए रखने हेतु धारा 163 के तहत प्रतिबंधात्मक आदेश लागू कर दिए हैं। SDM सक्ष्म गोयल ने स्पष्ट किया कि किसी भी व्यक्ति द्वारा हथियार, रैली, ज़ोरशोर से नारेबाज़ी या बिना अनुमति सभा आयोजित करना सख्ती से प्रतिबंधित रहेगा।
यह कार्रवाई तब हुई जब कई राजनीतिक नेता—जिनमें चhotu सिंह भाटी, महंत प्रताप पुरी और पूर्व मंत्री क्लाइश चौधरी—गांव में होने वाले दौरे की घोषणा कर रहे थे, जिससे माहौल में और उथल-पुथल की संभावना बनी।
सरकार ने ग्रामीणों से अपील की है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और कानून व्यवस्था बनाए रखने में प्रशासन का सहयोग करें।