कर्नाटक के चामराजनगर जिले में स्थित माले महादेश्वरा पहाड़ियों के हुग्याम वन क्षेत्र में 26 जून को आठ वर्षीय मादा बाघिन और उसके चार 8–10 महीने के शावकों की मृत देहें पायी गईं। वन विभाग और पुलिस की संयुक्त जांच में सामने आया कि सभी बाघों की मौत ज़हर देकर की गई थी।
मुख्य आरोपी 55 वर्षीय शिवन्ना को कालेबोड्डी गाँव से हिरासत में लिया गया, जो कथित रूप से अपनी गाय की मृत्यु का बदला ज़हर से चुकाना चाहता था। उसके बेटे समेत कुल छह लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है । पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में स्पष्ट तौर पर ज़हर के निशान मिले, जिसमें ज़हरीली गाय का मांस खाने से जान जाने की पुष्टि हुई ।
वन मंत्री ईश्वर खंड्रे ने घटना की निंदा करते हुए उच्च‑स्तरीय जांच का आदेश दिया है। जांच के तहत NTCA के प्रतिनिधियों और वरिष्ठ अधिकारियों की टीम गठित की गई है, जो तीन दिनों के भीतर प्रारंभिक रिपोर्ट देने के निर्देश पर है ।
यह घटना वन क्षेत्रों में मानव–वन्यजीव संघर्ष, सुरक्षा व निगरानी की गंभीर चुनौतियों को उजागर करती है। वन विभाग अब ड्रोन, सैटेलाइट ट्रैकिंग और घनिष्ठ निगरानी बढ़ा रहा है, ताकि भविष्य में वन्यजीवों को सुरक्षा दी जा सके ।