मध्य प्रदेश पुलिस ने चेन्नई से स्रेसन फार्मा के मालिक जी. रंगनाथन को गिरफ्तार किया है, जिनकी कंपनी की बनी “कोल्ड्रिफ” कफ सिरप से कम-से-कम 17 बच्चों की मौतों का संबंध जुड़ा पाया गया है।
जांच में खुलासा हुआ कि इस दवा में डाइएथाइलीन ग्लाइकोल (DEG) नामक विषैले रसायन की मात्रा तय सीमा से लगभग 500 गुना अधिक पाई गई है। उत्पाद की गुणवत्ता जांच और कच्चे पदार्थों की प्रमाणिकता में पाएं गए चूक ने दवा उद्योग की सुरक्षा मानकों पर गंभीर चिंताएं बढ़ा दी हैं।
दिनांक 9 अक्तूबर, 2025 को हुई गिरफ्तारी के दौरान पुलिस ने कंपनी कार्यालय और उत्पादन इकाई से दस्तावेज़ और कच्चे माल जब्त किए हैं। इसके अलावा, सरकार ने कोल्ड्रिफ सिरप की बिक्री पर तुरंत रोक लगा दी है और कंपनी का लाइसेंस निलंबित करने की कार्रवाई की गई है।
घटना ने यह स्पष्ट किया है कि भारत के फार्मा उद्योग में गुणवत्ता नियंत्रण की कमी जानलेवा हो सकती है। जनता को चेतावनी दी गई है कि वे किसी भी संदिग्ध सिरप का उपयोग न करें और यदि पहले से उपयोग किया हो, तो उसे तुरंत स्वास्थ्य अधिकारियों को रिपोर्ट करें।