ब्रिटिश रॉयल नेवी का एफ‐35बी लाइटनिंग II स्टील्थ फाइटर जेट, जो 14 जून को केरल के तिरुवनंतपुरम विमानतल पर आपातकालीन लैंडिंग के बाद फंसा हुआ था, आज आखिरकार उड़ान भरने के लिए तैयार हो गया। विमान का ग्राउंडिंग एक हाइड्रोलिक सिस्टम खराबी की वजह से हुआ था और इसे ठीक करने में करीब 39 दिन लग गए ।
भारतीय वायुसेना और स्थानीय विमानतल अधिकारियों ने आपातकालीन लैंडिंग में मदद की थी, जिसके बाद 15 जून को इंडियन एयर फोर्स ने इसे रिफ्यूएल देकर लैंडिंग कराया । शुरुआती मरम्मत प्रयास 18 जून को यूके की टेक्निकल टीम आने पर जल्दी शुरू हुई, लेकिन अंतिम रिपेयर 21 जुलाई तक पूरा हुआ। जेट को पहले एयर इंडिया के हैंगर से निकाला गया और फिर उड़ान के लिए बे तैयार किया गया।
इसके लंबे ठहराव के दौरान स्थानीय सोशल मीडिया पर इसे लेकर कई मीम्स और मज़ाकिया पोस्ट वायरल हुए – यहाँ तक कि केरल पर्यटन विभाग ने इसे पांच स्टार रिव्यू देने वाला किरदार बनाए मज़ाकिया कंटेंट डाला। हालांकि सुरक्षा एजेंसियाँ विमान के संवेदनशील तकनीकी हिस्सों की निगरानी कर रही थीं क्योंकि भारत एफ‑35 प्रोग्राम का हिस्सा नहीं है ।
आज, 22 जुलाई को ब्रिटिश तकनीकी विशेषज्ञों के समन्वय से, वाहन ने उड़ान भरते हुए इस लंबी ‘वैकेंसी’ को समाप्त किया। इस कदम से भारत‑यूके रक्षा सहयोग की प्रशंसा हुई, जबकि 39‑दिन का ठहराव घरेलू मीडिया और अंतर्राष्ट्रीय रक्षा समुदाय का ध्यान आकर्षित करता रहा।