अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने आगामी मध्य पूर्व दौरे से पहले घोषणा की है कि अमेरिका अब “पर्शियन गल्फ” को “अरबियन गल्फ” या “गुल्फ ऑफ अरबिया” के नाम से संबोधित करेगा। यह कदम अरब देशों के साथ संबंध मजबूत करने की दिशा में उठाया गया है, लेकिन इससे ईरान के साथ तनाव बढ़ने की आशंका है।
“पर्शियन गल्फ” नाम का ऐतिहासिक उपयोग 16वीं सदी से होता आ रहा है, लेकिन कई अरब देश इसे “अरबियन गल्फ” कहते हैं। ईरान ने इस नाम परिवर्तन को अपनी राष्ट्रीय पहचान और ऐतिहासिक विरासत पर हमला बताया है। ईरानी विदेश मंत्री अब्बास अराघची ने कहा कि यह कदम ईरान के प्रति शत्रुतापूर्ण इरादे को दर्शाता है और इसे दृढ़ता से निंदा की जाती है।
ट्रंप का यह निर्णय उनके पहले कार्यकाल में भी विवाद का कारण बना था, जब उन्होंने “अरबियन गल्फ” शब्द का उपयोग किया था। उस समय ईरान के तत्कालीन राष्ट्रपति हसन रूहानी ने ट्रंप को “भूगोल पढ़ने” की सलाह दी थी।
यह कदम ट्रंप के मध्य पूर्व दौरे के दौरान सऊदी अरब, कतर और संयुक्त अरब अमीरात के साथ निवेश और क्षेत्रीय मुद्दों पर बातचीत के प्रयासों का हिस्सा है। हालांकि, यह नाम परिवर्तन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त नहीं है, क्योंकि अंतरराष्ट्रीय हाइड्रोग्राफिक संगठन अभी भी “पर्शियन गल्फ” नाम को मान्यता देता है।