उत्तर प्रदेश सरकार ने विशेष आवश्यकता वाले बच्चों के लिए समावेशी शिक्षा को बढ़ावा देने के उद्देश्य से 75 जिलों में पोस्टर अभियान शुरू किया है। इस पहल के तहत 2.65 लाख से अधिक पोस्टर सेट वितरित किए गए हैं, जिनमें प्रत्येक में छह विषयगत चित्र होते हैं। ये पोस्टर 1,32,716 सरकारी और सहायता प्राप्त स्कूलों में भेजे गए हैं। इस अभियान का नेतृत्व बेसिक शिक्षा विभाग ने यूनिसेफ के सहयोग से किया है।
पोस्टर छह प्रमुख विषयों पर आधारित हैं: समावेशी शिक्षा के लिए उपलब्ध सुविधाएं, कक्षा में समान भागीदारी और सहानुभूति, घर-आधारित शिक्षा का समर्थन, समुदाय की भूमिका, सुरक्षित और असुरक्षित स्पर्श के बारे में जागरूकता, और हर बच्चे को शिक्षा देना। इन पोस्टरों को स्कूलों, पंचायत भवनों, आंगनवाड़ी केंद्रों, बाल विकास केंद्रों और कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों में प्रदर्शित किया गया है।
इस पहल का उद्देश्य 3 लाख से अधिक विशेष आवश्यकता वाले बच्चों को समान शैक्षिक वातावरण में शिक्षा प्रदान करना है। सरकार का मानना है कि समावेशी शिक्षा से न केवल बच्चों का, बल्कि समाज का भी समग्र विकास होता है।