उत्तराखंड की ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण में चल रहे विधानसभा के मानसून सत्र के पहले दिन सदन गरमाया जब विपक्षी विधायकों ने जमकर हंगामा किया। कांग्रेस सहित विपक्षी दलों ने सदन की कार्यवाही का विरोध किया, पारदर्शी तख़्ती (सचिव की टेबल) पलटने, माइक तोड़ने और वेल (सदन के भीतर) में कागज़ लहराने जैसी अराजकता फैला दी।
इस हंगामे के बीच विधानसभा की कार्यवाही बीच में स्थगित करनी पड़ी। विधायकों ने वोटिंग प्रक्रिया, कानून-व्यवस्था के मुद्दे और अनुपूरक बजट जैसे विषयों पर चर्चा की मांग जोर-शोर से की। विपक्ष का आरोप था कि सरकार इन प्रमुख मुद्दों को टालने का प्रयास कर रही है। शोरशराबे के कारण वित्त मंत्री मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा पेश किए जाने वाले अनुपूरक बजट की प्रक्रिया बाधित हो गई।
इसके बाद सदन की कार्यवाही को कुछ समय के लिए स्थगित कर दोबारा शुरू किया गया। हालांकि सरकार ने सदन की गरिमा बनाए रखने का प्रयास किया, लेकिन विपक्ष की नाराज़गी के चलते माहौल गरम ही बना रहा। यह घटना सत्र की शुरुआत से ही असामान्य तनाव और सियासी गतिरोध का संकेत बन गई।