उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में धराली और हर्षिल क्षेत्रों में हाल ही में आए तेज बादल फटने (क्लाउडबर्स्ट) ने भारी तबाही मचाई—कई घर, होटल, दुकानें और सड़कें मलबे व तेज बहाव की चपेट में आ गईं। इस आपदा में अब तक कम से कम पांच लोग मारे गए, वहीं दर्जनों लोग लापता हैं, जिनमें कई सैनिक भी शामिल हैं।
सेना, ITBP, NDRF, SDRF और स्थानीय प्रशासन युद्धस्तर पर राहत और बचाव कार्य में जुटे हैं। सेना के Chinook और Mi-17 हेलिकॉप्टरों से बचाव, बॉर्डर रोड ऑर्गनाइजेशन द्वारा मार्ग पुनः खोलना, ड्रोन और स्निफर डॉग्स के साथ खोजी अभियान तेज़ी से जारी है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ग्राउंड जीरो पर पहुंचकर स्थिति की समीक्षा कर रहे हैं, वहीं मौसम विज्ञान विभाग की चेतावनी के मद्देनज़र पूरी सतर्कता बनाए रखी गई है।
राहत प्रयासों को और अधिक प्रभावी बनाने की दिशा में अगले सप्ताह केंद्रीय अंतर-मंत्रालयीय टीम प्रभावित क्षेत्रों जैसे धराली और भागीरथी नदी किनारे बनी झील का दौरा करेगी। टीम का उद्देश्य जल निकासी की निगरानी करना, आपदा प्रबंधन उपायों की रणनीति बनाना और पुनर्निर्माण एवं राहत कार्यों में केंद्र-राज्य समन्वय को मजबूती से आगे बढ़ाना है।