उत्तरकाशी जिले के धराली गांव में 5 अगस्त 2025 को बादल फटने से आई भीषण आपदा ने गांव को तबाह कर दिया। इस प्राकृतिक आपदा में चार लोगों की जान गई और लगभग 100 लोग लापता हैं। करीब 25 होमस्टे, 35 होटल और 35 घर पूरी तरह से नष्ट हो गए। स्थानीय निवासी इसे “विनाश की बाढ़” के रूप में वर्णित कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रभावित परिवारों के लिए 5-5 लाख रुपये की सहायता राशि की घोषणा की है। इसके अतिरिक्त, एक तीन सदस्यीय समिति का गठन किया गया है, जो पुनर्वास और आजीविका पुनर्निर्माण की योजना तैयार करेगी।
सरकार ने पहले 5,000 रुपये की तात्कालिक राहत राशि वितरित की थी, लेकिन प्रभावितों ने इसे अपर्याप्त बताते हुए विरोध किया। मुख्य सचिव ने इसे “तत्काल राहत” बताते हुए कहा कि विस्तृत आकलन के बाद उचित मुआवजा दिया जाएगा।
अब तक 1,200 से अधिक लोगों को सुरक्षित निकाला गया है, जबकि 49 लोग अभी भी लापता हैं। सभी आवश्यक राहत सामग्री, जैसे भोजन, कपड़े और दवाइयाँ, प्रभावितों तक पहुँचाई जा रही हैं। सड़क संपर्क बहाल करने के लिए सीमा सड़क संगठन (BRO) ने लिमचिगढ़ में एक बैली ब्रिज का निर्माण पूरा किया है।