वर्ल्ड चैम्पियनशिप ऑफ़ लीजेंड्स (WCL) में भारत-पाकिस्तान के बीच होने वाला हाई-प्रोफ़ाइल मैच रद्द कर दिया गया है। आयोजकों ने स्पष्ट किया है कि आयोजन संबंधी दिक्कतों के चलते यह फैसला लेना पड़ा, न कि भारत की किसी “बैकिंग‑आउट” के कारण।
हालांकि पाकिस्तान चैंपियंस की ओर से भारत को मैच से पीछे हटने का दोषी बताया गया है, लेकिन WCL ने आधिकारिक बयान में कहा कि भारतीय टीम इसका जिम्मेदार नहीं है ।
इस रद्दीकरण का मुख्य कारण पूर्व भारतीय क्रिकेट दिग्गजों का बहिष्कार रहा, जिसमें शिखर धीवान, हरभजन सिंह, युसूफ पठान, इरफ़ान पठान जैसे खिलाड़ी शामिल थे, जिन्हें पाज़ल्गाम आतंकवादी हमले के बाद की भू-राजनीतिक स्थिति को देखते हुए मैच से खेलने में असहजता थी । पूर्व ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज़ ब्रेट ली ने भी कहा कि आयोजन को अंतिम समय तक बचाने की कोशिश की गई, लेकिन खिलाड़ियों की भावनाओं का सम्मान करना ज़रूरी था ।
आख़िरकार, भारतीय पक्ष के दबाव और भड़की भावनाओं के मद्देनज़र WCL ने मैच रद्द कर मीडिया और सोशल मीडिया पर क्षमा मांगते हुए बयान जारी किया कि उनका उद्देश्य केवल दर्शकों के मनोरंजन थे, न कि भावनाएँ आहत करनी ।
इस विवाद ने क्रिकेट मंच पर भू-राजनीतिक तनाव की संवेदनशीलता को दोबारा उजागर किया है और भारत-पाक मुकाबले के लिए न केवल खिलाड़ियों बल्कि आयोजकों को भी बड़ी राजनीति का सामना करना पड़ा।