देश में एक बार फिर नोटबंदी जैसी चर्चाएं तेज़ हो गई हैं। एक मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार से अपील की है कि भ्रष्टाचार और काले धन पर लगाम लगाने के लिए ₹500 के नोटों को भी चलन से बाहर किया जाए। मुख्यमंत्री का मानना है कि वर्तमान में भ्रष्टाचार और अवैध लेन-देन में सबसे अधिक इस्तेमाल ₹500 के नोटों का ही होता है, और इनकी बंदी से बड़ी मात्रा में कालाधन बेनकाब हो सकता है।
मुख्यमंत्री ने यह बयान एक सार्वजनिक कार्यक्रम में दिया, जहां उन्होंने कहा कि नोटबंदी का पहला चरण 2016 में था, और अब समय आ गया है कि इसका दूसरा चरण भी लाया जाए, जिसमें ₹500 के नोटों को हटाया जाए।
इस मांग को लेकर राजनीतिक हलकों में हलचल मच गई है। कुछ लोग इसे एक साहसिक कदम मान रहे हैं, जबकि विरोधी दल इसे जनता को परेशान करने वाला निर्णय बता रहे हैं।
हालांकि केंद्र सरकार की ओर से इस मांग पर अब तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। लेकिन इस बयान ने आम जनता और बाजारों में एक बार फिर नोटबंदी की आशंका को हवा दे दी है।