चमोली| शनिवार देर रात चमोली जिले में भूकंप के झटके महसूस किए गए. धरती हिलते ही लोग अपने-अपने घरों से बाहर निकल गए. राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र (एनसीएस) के अनुसार, शनिवार रात 12:02 बजे 3.3 तीव्रता का भूकंप आया, जिसका केंद्र जोशीमठ से 22 किलोमीटर दूर 10 किमी की गहराई पर था.
जैसे ही धरती हिली, लोग घरों से बाहर सड़कों पर आ गए. हालांकि, इस भूकंप से किसी जान-माल के नुकसान की खबर नहीं है, लेकिन रात के समय आए झटकों ने स्थानीय लोगों की नींद उड़ा दी. रात के सन्नाटे में अचानक आए इन झटकों ने स्थानीय निवासियों में डर का माहौल पैदा कर दिया.
लोग अपने परिवारों के साथ सुरक्षित स्थानों पर जमा हो गए और स्थिति सामान्य होने का इंतजार करने लगे. राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र ने बताया कि भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 3.3 थी, जो सामान्य रूप से हल्का माना जाता है. फिर भी, पहाड़ी क्षेत्रों में ऐसी घटनाएं लोगों को सतर्क कर देती हैं.
इससे पहले, 8 जुलाई को उत्तरकाशी जिले में 3.2 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया था, जिसका केंद्र 5 किलोमीटर की गहराई पर था.
वहीं, राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र (एनसीएस) के मुताबिक, शनिवार को म्यांमार में भी 3.7 तीव्रता का भूकंप आया, जिसकी गहराई जमीन से 105 किलोमीटर नीचे थी. अफगानिस्तान में भी 4.2 तीव्रता के भूकंप ने वहां के लोगों को भी दहशत में डाल दिया.
उत्तराखंड हिमालयी क्षेत्र में स्थित होने के कारण भूकंप के लिहाज से संवेदनशील है. चमोली और आसपास के इलाकों में समय-समय पर भूकंप के झटके महसूस होते रहते हैं.
वैज्ञानिकों ने सलाह दी है कि लोगों को ऐसी प्राकृतिक घटनाओं के लिए तैयार रहना चाहिए और सुरक्षात्मक उपाय अपनाने चाहिए. स्थानीय प्रशासन ने लोगों से शांति बनाए रखने और अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की है. साथ ही, भूकंप जैसी स्थिति में सुरक्षित स्थानों पर जाने और घबराने से बचने की सलाह दी गई है.