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भारत ने किया स्ट्रेटोस्फेरिक एयरशिप प्लेटफॉर्म का पहला परीक्षण, हवाई निगरानी में होगी नई क्रांति

भारत ने किया स्ट्रेटोस्फेरिक एयरशिप प्लेटफॉर्म का पहला परीक्षण, हवाई निगरानी में होगी नई क्रांति

भारत ने हवाई निगरानी के क्षेत्र में एक बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए स्ट्रेटोस्फेरिक एयरशिप प्लेटफॉर्म का पहला सफल परीक्षण किया है। यह परीक्षण देश की सुरक्षा क्षमताओं को और मजबूत करने की दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है। यह एयरशिप अत्यधिक ऊंचाई पर उड़ान भर सकता है और लम्बे समय तक स्थिर रहकर ज़मीन पर निगरानी कर सकता है।

स्ट्रेटोस्फेरिक एयरशिप प्लेटफॉर्म उपग्रह और ड्रोन की तुलना में अधिक लचीला और लागत प्रभावी समाधान माना जा रहा है। यह तकनीक सीमावर्ती क्षेत्रों, समुद्री सीमाओं और संवेदनशील इलाकों की लगातार निगरानी में बेहद उपयोगी साबित हो सकती है। यह प्लेटफॉर्म रियल-टाइम डेटा एकत्र करने और उच्च गुणवत्ता वाली तस्वीरें भेजने में सक्षम है।

रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) द्वारा विकसित इस परियोजना से भारत की खुफिया और निगरानी क्षमता में बड़ा इज़ाफा होगा। विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले समय में इसका उपयोग सैन्य, आपदा प्रबंधन और पर्यावरणीय निगरानी के लिए भी किया जा सकता है।

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