शंघाई सहयोग संगठन (SCO) रक्षा मंत्रियों की बैठक में भारत ने संयुक्त सारांश दस्तावेज पर हस्ताक्षर करने से इनकार कर दिया। इसका कारण यह था कि दस्तावेज़ में पाहलगाम आतंक हमले का जिक्र नहीं था, जबकि बलोचिस्तान का उल्लेख शामिल था, जिसे भारत ने स्वीकार्य नहीं माना।
भारतीय अधिकारियों ने कहा कि यह मसौदा आतंकवाद के खिलाफ सख्त रुख अपनाने में विफल था और सुरक्षा हितों को कमजोर कर सकता था। रक्षा मंत्री ने ‘डबल स्टैंडर्ड’ को लेकर विशेष चिंता जताई और पाकिस्तान की भूमिका पर भी टिप्पणी की ।
बैठक से पहले भारत ने ऑपरेशन सिंदूर का हवाला देते हुए पाकिस्तान समर्थित आतंकियों पर प्रभावी कार्रवाई का संकेत दिया । इसके अलावा, यह इस बात का संदेश भी था कि भारत एकीकृत सुरक्षा दृष्टिकोण पर अडिग रहेगा।
यह बैठक गाल्वन संघर्ष के बाद भारतीय और चीनी रक्षा मंत्रियों के बीच पहली द्विपक्षीय चर्चा का मौका भी बनी, जिससे द्विपक्षीय संबंधों में नये संवाद के द्वार खुले।