जम्मू-कश्मीर विधानसभा ने हाल ही में पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा करते हुए एक प्रस्ताव पारित किया, जिसमें 26 निर्दोष पर्यटकों की जान गई थी। इस विशेष सत्र में सभी विधायकों ने पीड़ितों को श्रद्धांजलि अर्पित की और आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होकर लड़ने का संकल्प लिया।
मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने इस अवसर पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए कहा कि यह हमला 21 वर्षों में सबसे भयावह है। उन्होंने स्वीकार किया कि सुरक्षा की जिम्मेदारी राज्य सरकार की नहीं है, लेकिन एक मेज़बान के रूप में वह पर्यटकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में विफल रहे। उन्होंने कहा, “मेरे पास पीड़ितों के परिवारों से माफी मांगने के लिए शब्द नहीं हैं” ।
अब्दुल्ला ने यह भी कहा कि आतंकवाद को केवल हथियारों से नहीं, बल्कि जनता के समर्थन से ही समाप्त किया जा सकता है। उन्होंने कहा, “हमें उम्मीद है कि कश्मीर की जनता अब आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होकर खड़ी होगी” ।
विधानसभा के इस प्रस्ताव को सर्वसम्मति से पारित किया गया, जिसमें आतंकवाद के खिलाफ कड़ी कार्रवाई और शांति बहाली की अपील की गई।