केरल में लाइबेरियाई मालवाहक जहाज MSC ELSA 3 के डूबने के बाद तटीय सुरक्षा और पर्यावरणीय सुरक्षा को लेकर राज्य सरकार ने नई योजना पर विचार करना शुरू कर दिया है। मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने आपात बैठक बुलाकर विशेषज्ञों और अधिकारियों से चर्चा की, जिसमें केमिकल और पर्यावरणीय जोखिमों का आकलन किया गया।
बैठक में डॉ. मुरली थुम्मारुकुडी, डॉ. ओलॉफ लीडेन और डॉ. बाबू पिल्लै जैसे विशेषज्ञों ने भाग लिया। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने तटीय सुरक्षा और आपातकालीन प्रतिक्रिया योजना तैयार करने की दिशा में काम शुरू किया है।
राज्य सरकार ने तटीय क्षेत्रों में मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी है और लोगों से अपील की है कि वे किसी भी संदिग्ध वस्तु को न छुएं और तुरंत आपातकालीन नंबर 112 पर सूचना दें।
इस घटना के बाद केरल सरकार ने तटीय सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए नई योजना तैयार करने की दिशा में कदम बढ़ाया है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से निपटने के लिए बेहतर तैयारियां की जा सकें।