केरल में भारी मानसूनी बारिश ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। राज्य के कई जिलों में बाढ़, पेड़ गिरने और बिजली आपूर्ति बाधित होने की घटनाएं सामने आई हैं। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने पथानामथिट्टा, अलप्पुझा, कोट्टायम, इडुक्की, एर्नाकुलम, त्रिशूर, कन्नूर और कासरगोड जिलों में रेड अलर्ट जारी किया है, जबकि अन्य जिलों में ऑरेंज और येलो अलर्ट घोषित किए गए हैं।
इडुक्की जिले में भूस्खलन की घटनाएं हुई हैं, जिससे कई घरों को नुकसान पहुंचा है। कन्नूर और कासरगोड में तेज हवाओं के कारण पेड़ उखड़ गए और बिजली के खंभे गिर गए, जिससे बिजली आपूर्ति बाधित हुई। कोट्टायम, अलप्पुझा और पथानामथिट्टा जिलों में निचले इलाकों में जलभराव की स्थिति बनी हुई है, जिससे लोगों को राहत शिविरों में शरण लेनी पड़ी है।
राज्य सरकार ने राहत और बचाव कार्यों के लिए 66 राहत शिविर स्थापित किए हैं, जहां लगभग 1,894 लोग शरण लिए हुए हैं। मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने लोगों से सतर्क रहने और आवश्यक सावधानियां बरतने की अपील की है। मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है, क्योंकि समुद्र में ऊंची लहरें उठने की संभावना है।
शिक्षण संस्थानों में छुट्टियां घोषित की गई हैं, और कुछ ट्रेन सेवाएं प्रभावित हुई हैं। IMD ने अगले दो दिनों तक भारी बारिश की चेतावनी जारी की है, जिससे स्थिति और गंभीर हो सकती है।