लश्कर-ए-तैयबा (LeT) के सह-संस्थापक और प्रमुख विचारक अमीर हमजा को उनके लाहौर स्थित आवास पर गंभीर चोटें आईं, जिसके बाद उन्हें पाकिस्तान के सैन्य अस्पताल में भर्ती कराया गया। उन्हें पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI की कड़ी सुरक्षा में रखा गया है। हमजा की चोटों के कारणों को लेकर स्थिति अस्पष्ट बनी हुई है, जिससे विभिन्न अटकलें लगाई जा रही हैं।
हमजा, जो 66 वर्ष के हैं, लश्कर के 17 संस्थापक सदस्यों में से एक हैं और उन्हें अमेरिकी ट्रेजरी विभाग द्वारा वैश्विक आतंकवादी के रूप में नामित किया गया है। वे लश्कर के प्रकाशनों के संपादक रहे हैं और कई किताबों के लेखक भी हैं, जिनमें “काफिला दावत और शहादत” (2002) शामिल है।
यह घटना तीन दिन बाद हुई है जब लश्कर के एक उच्च पदस्थ सदस्य अबू सैफुल्लाह को पाकिस्तान के सिंध प्रांत में अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। इससे लश्कर के भीतर आंतरिक संघर्ष या लक्षित हमलों की संभावना को लेकर चिंताएँ बढ़ गई हैं।
हमजा ने 2018 में लश्कर से अलग होकर “जैश-ए-मंक़फा” नामक एक अलग आतंकवादी संगठन की स्थापना की थी, जो जम्मू और कश्मीर में आतंकवादी गतिविधियों में शामिल रहा है।