दक्षिण कोलकाता लॉ कॉलेज में जून 25 को हुई कथित गैंगरेप की घटना का विरोध करते हुए छात्राओं और छात्र नेताओं ने 1 जुलाई को कॉलेज भवन के बाहर बड़ी संख्या में धरना-प्रदर्शन किया । उन्होंने कॉलेज प्रशासन द्वारा दोषियों पर कठोर कार्रवाई, न्यूट्रल गवर्निंग बॉडी का गठन और छात्रों को प्रतिनिधित्व देने की मांग की ।
प्रदर्शनकारियों ने हाथों में प्लेकार्ड लेकर “न्याय चाहिए” जैसे नारे लगाए और कहा, “हमारे माता-पिता ने हमें सुरक्षा की उम्मीद में भेजा”—लेकिन कॉलेज सुरक्षा व्यवस्था सेवीर सुरक्षित नहीं । समवक्ताओं का कहना था कि ऐसे अपराध कॉलेज की प्रतिष्ठा को चोट पहुंचाते हैं और तत्काल सुधार आवश्यक हैं।
इसके पहले राज्य शिक्षा विभाग ने तीन आरोपियों को कॉलेज से निष्कासित/स्थगित कर दिया है, और पुलिस ने सुरक्षा गार्ड समेत चार को गिरफ्तार किया था; अब SIT गहन जांच कर रही है । एनसीडब्ल्यू भी कॉलेज में पहुंची और पुलिस की गैर-सहयोगी भूमिका पर सवाल उठाए गए ।
छात्रों की इस घटना ने कैंपस सुरक्षा पर व्यापक बहस छेड़ दी है, जहाँ अन्य कॉलेजों ने नहीं चुनी कार्रवाई—जैसे यूनियन रूम बंद करना और सीसीटीवी बढ़ाना ।