उत्तराखंड में ‘ऑपरेशन कालनेमि’ के तहत नकली धार्मिक नेताओं की गिरफ्तारी के दौरान 1,250 से अधिक संदिग्धों से पूछताछ की गई है। यह अभियान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर, कांवड़ यात्रा और चारधाम के दौरान धोखाधड़ी रोकने के उद्देश्य से विशेष रूप से चलाया गया।
इस कार्रवाई में देहरादून, हरिद्वार, उधम सिंह नगर और बद्रीनाथ सहित प्रमुख तीर्थस्थलों पर सक्रिय छापेमारी की गई। तीन दिनों में 82 नकली साधुओं की गिरफ्तारी दर्ज हुई, जिसमें 34 लोग रविवार को ही पकड़े गए। बद्रीनाथ में 600 से अधिक साधुओं की पहचान सत्यापित की गई, जिसमें दो पश्चिम बंगाल के संदिग्ध भी शामिल थे। देहरादून में 29 और व अन्य जिलों में कुल मिलाकर लगभग 170 संदिग्ध तय समय में हिरासत में लिए गए ।
इन धोखेबाजों का उद्देश्य आम श्रद्धालुओं—विशेषकर महिलाओं व युवाओं—को धार्मिक आडंबर में आर्थिक रूप से ठगना था। अभियान की सफलता पर मुख्यमंत्री ने इसे संस्कारों की रक्षा और आस्था की गरिमा बनाए रखने की दिशा में निर्णयात्मक पहल बताया। सोशल मीडिया पर #OperationKaalnemi ट्रेंड बन चुका है और जनता का समर्थन भी मिल रहा है। पुलिस अभी भी जांच के तहत कई संदिग्धों से पूछताछ कर रही है और जल्द और गिरफ्तारियां होने की उम्मीद है।