भारत की राजनीति में एक बार फिर राष्ट्रीय सुरक्षा और सैन्य अभियानों को लेकर विवाद गहराता नजर आ रहा है. कांग्रेस नेता राहुल गांधी की ओर से ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर की गई टिप्पणी के बाद राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज हो गई है. राहुल ने आरोप लगाया कि विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने इस सैन्य अभियान की जानकारी पहले ही पाकिस्तान को दे दी थी, जिससे भारत की रणनीतिक योजना पर सवाल खड़े हो गए.
राहुल गांधी के इस बयान के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने पलटवार करते हुए इसे गंभीर गैरजिम्मेदाराना बताया है. यही नहीं भाजपा के प्रमुख नेता और आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने राहुल पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि राहुल गांधी की सोच हमेशा भारत की सैन्य शक्ति को कमजोर दिखाने की रही है.
उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि राहुल ने एक बार भी यह नहीं पूछा कि ऑपरेशन के दौरान कितने पाकिस्तानी जेट को मार गिराया गया या भारतीय वायुसेना की ओर से पाकिस्तानी एयरबेस पर कितनी सफलता मिली.
अमित मालवीय ने एक पोस्ट में राहुल गांधी की ऐसी तस्वीर साझा की जिसमें उनका चेहरा पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर के चेहरे के साथ मिक्स किया गया था. यह प्रतीकात्मक तस्वीर भाजपा के राजनीतिक तंज को दर्शा रही थी.
उन्होंने यह भी लिखा, “क्या राहुल गांधी का अगला कदम पाकिस्तान का सर्वोच्च सम्मान ‘निशान-ए-पाकिस्तान’ प्राप्त करना है?” यह सीधा कटाक्ष था कि राहुल गांधी की कथनी और नीति भारत विरोधी ताकतों को बल देती हैं.
‘ऑपरेशन सिंदूर’ जैसे सैन्य अभियानों को लेकर सार्वजनिक मंचों पर इस प्रकार के आरोप और सवाल राष्ट्रीय सुरक्षा को प्रभावित कर सकते हैं. भाजपा का मानना है कि कांग्रेस को इस विषय पर संयम बरतना चाहिए और राजनीतिक मतभेद को सेना के मनोबल पर हावी नहीं होने देना चाहिए.
बता दें कि ये पहला मामला नहीं है जब कांग्रेस नेताओं की ओर से ऑपरेशन सिंदूर को लेकर सवाल किए गए हों. इससे पहले ही कांग्रेस कई नेता अपनी-अपनी तरह से ऑपरेशन को लेकर सवाल उठाते रहे हैं.