20 मई 2025 को इज़राइल ने गाज़ा पट्टी में व्यापक हवाई हमले किए, जिसमें कम से कम 60 लोगों की जान गई, जिनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। हमलों ने खान यूनिस, देइर अल-बलाह, नुसेरात शरणार्थी शिविर और गाज़ा सिटी जैसे घनी आबादी वाले क्षेत्रों को निशाना बनाया। इज़राइल का कहना है कि ये हमले हमास के कब्जे से बंधकों को छुड़ाने और संगठन को समाप्त करने के लिए किए गए हैं। हालांकि, इन हमलों से गाज़ा में मानवीय संकट और गहरा गया है, जहां 53,000 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं और 90% से अधिक आबादी विस्थापित हो चुकी है।
अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने इन हमलों की कड़ी निंदा की है। ब्रिटेन, फ्रांस और कनाडा ने इज़राइल को चेतावनी दी है कि यदि उसने सैन्य कार्रवाई नहीं रोकी और मानवीय सहायता की अनुमति नहीं दी, तो उस पर प्रतिबंध लगाए जा सकते हैं। संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों ने भी गाज़ा में खाद्य, दवा और अन्य आवश्यक वस्तुओं की भारी कमी की ओर ध्यान आकर्षित किया है, जिससे हजारों बच्चों के जीवन पर खतरा मंडरा रहा है।
इज़राइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हमलों का बचाव करते हुए कहा कि यह आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई है और हमास को पूरी तरह समाप्त करने तक यह जारी रहेगा। हालांकि, बढ़ती अंतरराष्ट्रीय आलोचना और मानवीय संकट के बीच युद्धविराम की मांगें तेज हो गई हैं।