प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने आज पूर्व छत्तीसगढ़ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और उनके पुत्र चैतन्य बघेल के भिलाई आवास पर छापेमारी की। यह कार्रवाई कथित शराब घोटाले से जुड़े धन शोधन जांच में की गई है, जिसमें आरोप है कि 2019–22 के दौरान राज्य को ₹2,161 करोड़ का नुकसान हुआ।
ED ने बताया कि नए साक्ष्यों के आधार पर छानबीन की जा रही है। यह दूसरा मौका है जब इस वर्ष मार्च में पहले छापे पड़े थे । पूर्व CM ने ट्विटर पर लिखा, “ED आ गई…आज विधानसभा सत्र का अंतिम दिन था, अडानी के लिए तमनार में काटे पेड़ों का मुद्दा उठ जाना था…”।
ED का दावा है कि शराब सिंडिकेट श्रेणियों और अधिकारियों के साथ मिलकर राज्य के सरकारी ठेकों से अप्रवर्तित आय एकत्रित करता था। चैतन्य को कथित “अपराध की कमाई का प्राप्तकर्ता” बताया गया है । इस मामले में पूर्व मंत्री कवासी लखमा, IAS श्री अनिल तुतेजा, Arun Pati Tripathi व अन्य गिरफ्त में आ चुके हैं।
यह कार्रवाई राजनीतिक तौर पर गर्माने वाली मानी जा रही है, और कांग्रेस ने इसे “राजनीतिक रूप से प्रेरित” बताया है। अगले कुछ दिनों में ED और EOW की संयुक्त जांच के परिणाम सामने आने की उम्मीद है।