कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा चुनाव आयोग पर “वोट चोरी” के आरोप लगाने के बाद, चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने उन्हें सात दिनों के भीतर शपथ पत्र प्रस्तुत करने या सार्वजनिक माफी मांगने का अल्टीमेटम दिया है। उन्होंने कहा कि यदि ऐसा नहीं किया गया, तो आरोप निराधार माने जाएंगे।
इस पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए, INDIA विपक्षी गठबंधन ने चुनाव आयुक्त के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव लाने पर विचार किया है। कांग्रेस के राज्यसभा सांसद सैयद नसीर हुसैन ने संकेत दिया कि यह कदम चुनाव आयुक्त की निष्पक्षता पर उठे सवालों के मद्देनज़र उठाया जा सकता है।
चुनाव आयोग ने राहुल गांधी के आरोपों को संविधान का अपमान बताते हुए खारिज किया है। उन्होंने कहा कि आयोग सभी दलों के साथ समान व्यवहार करता है और आरोपों को बिना प्रमाण के नहीं माना जा सकता।
इस विवाद ने देश में चुनाव आयोग की निष्पक्षता और विपक्षी दलों के अधिकारों को लेकर नई बहस छेड़ दी है। अब देखना यह होगा कि विपक्षी दल इस मुद्दे को संसद में कैसे उठाते हैं और चुनाव आयोग की भूमिका पर क्या कदम उठाते हैं।