लखनऊ (उप्र): गोमती नगर स्थित चिकित्सा उपकरण वितरक “POCT Science House” के मालिक सौरभ गर्ग के आलीशान आवास पर आयकर विभाग ने गुरुवार को दूसरे दिन लगातार छापा मारा। जांच टीम को मकान में नौकरों की ऐसी बाढ़ मिली कि अधिकारी चौंक उठे—करीब 100 नौकर, जो एक हवेली से आम लग रहा था, वहाँ सेवाएँ दे रहे थे।
वहीं, लकड़ी के डेस्क पर रखी कुछ हस्तलिखित लेज़रबुक्स (लेज़र्ज़) ने सबसे बड़ी सनसनी मचा दी। इन पन्नों में रिश्वतखोरी के लेन-देन और सरकारी अधिकारियों को दिए गए लाखों रुपए की रसीदों का ब्यौरा दर्ज था। प्रारंभिक पड़ताल में यह खुलासा हुआ कि यह केवल लकड़ी के टुकड़े नहीं, बल्कि भ्रष्टाचार की हरकतों का नग्न सच थे।
अधिकारियों ने तत्काल अतिरिक्त अमले का इंतज़ाम कर सत्य की गहराई से पड़ताल की दिशा में कदम बढ़ाया। अब यह पता लगाने की कोशिश जारी है कि भुगतान की ये लकीरें किन-किन विभागों और किस-किस पदाधिकारियों तक फैली हुई हैं। स्रोतों का यह कहना है कि जल्द ही संदिग्ध अधिकारियों की पहचान और उनके पोस्टिंग वक्त का विवरण सार्वजनिक किया जाएगा।
यह कार्रवाई भ्रष्टाचार के खिलाफ प्रशासन की सख्त चेतावनी है—जहाँ संपत्ति और लेन-देन की पारदर्शिता पर लगातार सेंध लगाने की कोशिशें नाकाम होती दिख रही हैं। जनता की आंखों से यह पर्दा हटाना, यदि पूरी निष्पक्षता से सम्पन्न हुआ, तो यह शासन-व्यवस्था में विश्वास बहाल करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।