प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 1 सितंबर 2025 को अफगानिस्तान के कुनार प्रांत में आए विनाशकारी भूकंप में सैकड़ों लोगों की मौत और हजारों की घायल होने पर गहरा दुख व्यक्त किया। उन्होंने कहा, “हमारी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं और हम घायलों की शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करते हैं।” उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि भारत इस कठिन समय में अफगानिस्तान को सभी संभव मानवीय सहायता और राहत प्रदान करने के लिए तैयार है ।
भूकंप की तीव्रता 6.0 मापी गई और यह रविवार रात कुनार प्रांत के जलालाबाद शहर के पास आया। इसमें अब तक 800 से अधिक लोगों की मौत और 2,500 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। कई गांव पूरी तरह से तबाह हो गए हैं और संचार व्यवस्था भी प्रभावित हुई है, जिससे राहत कार्यों में कठिनाई हो रही है ।
भारत ने पहले भी अफगानिस्तान में भूकंप और अन्य आपदाओं के समय सहायता प्रदान की है। इससे पहले 2023 में भारत ने अफगानिस्तान को 27 टन आपातकालीन राहत सामग्री भेजी थी। इसके अलावा, 2022 में भारत ने अफगानिस्तान को 50 ट्रक गेहूं भेजे थे ।
भारत सरकार ने राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) की टीमों को तैयार रहने का निर्देश दिया है। साथ ही, विदेश मंत्रालय ने अफगानिस्तान के अधिकारियों से संपर्क कर सहायता की पेशकश की है। भारत का यह कदम क्षेत्रीय सहयोग और मानवीय सहायता के प्रति उसकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।